Tuesday, 26 November 2019

कैसे कह दूँ कि प्यार नही..

कैसे कह दूँ कि प्यार नहीं करता हूँ ,
बस कभी कभी दिखाने में डरता हूँ..!!
डरता हूँ क्योंकि परेशान करता है मुझे तेरा यूँ छोटी छोटी बातों पर चिल्लाना..
कभी कभी यूँ ही बेवजह रूठ जाना..
पहले तुम कहती थी कि मुझे यूँ ही नहीं सताओगी,
अगर हो भी गई तकरार तो पल भर में मनाओगी..
नही रहा अब दौर वैसा,
कोई पल नही उस पल जैसा..

हाँ मैं करता हूँ तुम्हें बेशुमार प्यार करता हूँ..
शायद इसी लिये दूर जाने से डरता हूँ,
पास आने को मरता हूँ....
फिर कैसे कह दूँ कि तुमसे प्यार नही करता हूँ..!!

Thursday, 15 August 2019

हवायें

बड़ी ज़ोर से आती है,
मेरे चेहरे से टकराती है,
मेरे बालों को बिखराती है
ये हवा भी ना......
मन को कितना बहकाती है

कभी कुछह खुशबू साथ में लाती है
कभी कुछ यादों को बुलाती है
आनन फानन तेज़ कभी, कभी चूम के जाती है
ये हवा भी ना.....
मन को कितना बहकाती है!!

Friday, 26 July 2019

चीख

बहुत दूर तक उसे जाना था, लाखो मुर्दो को जगाना था..
पर गुम सी यूँ ही हो गयी, वो अंदर ही अंदर सो गई,
.
.
चीख उसकी भी गुमनामी के अंधेरे में खो गयी!!

(Adee)

Wednesday, 26 June 2019

यादों की पनाह

कुछ इस कदर इस सफर में मै हँसते हुए सब कुछ गवाउंगा,

गुम होती तेरी यादों की पनाह में फना हो जाऊँगा..!!

(आदी)

Sunday, 16 June 2019

हमारे घरोंदे

कैसा अजीब ये वक़्त कैसा बेबाक है
रात भी पूरी खत्म नहीं और सुबह भी होने को बेकरार है,
सुर्ख नहीं हैं पत्ते इन चंद दिखते पेड़ों पर
जबकि मौसम में तो बड़ी ज्वाला की मार है..

प्रकृति ने बेइंतहा कोशिश कर ली है खुद के वजूद को बचाने में,
हमने भी लेकिन पूरा घमासान किया है हर सुंदर संपदा हटाने में,
पूरी तरह बर्बाद कर दिया हमने अपने ही घरोंदों को,   ना प्रश्न करना अब प्राकृतिक आपदाओं के हमें मिटाने में..!!

सब हमारा अपना ही बोया है और अब हम ही इन कांटो को झेलेगे,
हमारे आने वाली पीढ़ी के बच्चे अब कहाँ हरियाली और प्रकृति की गोद मे खेलेंगे??

Monday, 3 June 2019

बदनसीब

दबाकर आग सीने में एक मुद्दत से फिरता हूँ,
ये जो आजाद कर दूँ तो जलकर खाक हो जाऊं..
बड़ा बदनसीब सा लगता है मेरी दोनों ही मर्ज़ी में,
कि अब राख हो जाऊँ या फिर बर्बाद हो जाऊँ..??

Tuesday, 21 May 2019

अब मैं सिर्फ जागूँगा..

कुछ यूँ पंख लगाकर उड़ चले हैं सपने मेरे,
दूर कहीं है मंज़िल और मुश्किल है रास्ता..
अकेला हूँ पर हौसला है, मन में विश्वास है,
खुद को दे दिया है मैंने अब अपना ही वास्ता..!!

ना ही टूटूँगा ना ही हिम्मत हारूँगा,
ना पीछे पलटुंगा ना ही अब मैं भागूँगा..
अब तो नींद टूट चुकी है
अब मंजिल मिलने तक सिर्फ जागूँगा..
अब मंजिल मिलने तक सिर्फ जागूँगा..!!

Wednesday, 27 February 2019

You are yours..

Run Run Run..
As much as you can,
As far as possible..
But somewhere in between
Somehow, Take a deep breath,
And think about it..
You are running for yourself, or
You are running from yourself..!!

Sunday, 24 February 2019

मंजिल दूर

बिना संघर्ष के कोई जीत नहीं,
और जहां तुम रुक गए हो अंत समझ कर..
वो तो बस एक अंधे मोड़ का अंतिम कोना है,
रास्ता अभी और है, मंजिल अभी दूर है..
हर शख्स यहाँ लड़ रहा, हर एक यहां मजबूर है..

Wednesday, 20 February 2019

I am unpredictable !!

I am a book which no one ever read,
I am a story that no one heard before..
I am like a river which never turn back,
There are millions of thought deep inside the soul.

I am a wind that can be a storm,
I am a spark which can be a volcano..
I am like the sun which remove the darkness,
There are various me which you don't know.

Adee
(Aditya Kumar Awasthi)

Sunday, 10 February 2019

मै रात से नहीं डरता हूँ..!!

ना इन सन्नाटो से ना इस अंधकार से डरता हूँ,

ना इस झूठे समाज के बहिष्कार से डरता हूँ,

ना डरता हूँ मैं कल के उस अज्ञात निर्णय से..

मै तो बस अपने अंदर की आवाज से डरता हूँ..!!

(आदी)
(Adee)