Showing posts with label Shayri. Show all posts
Showing posts with label Shayri. Show all posts

Wednesday, 26 June 2019

यादों की पनाह

कुछ इस कदर इस सफर में मै हँसते हुए सब कुछ गवाउंगा,

गुम होती तेरी यादों की पनाह में फना हो जाऊँगा..!!

(आदी)

Wednesday, 10 January 2018

इजहार

खा़मोश निगाहों से कर दिया इज़हार शिकायत का,
लफ्ज़ो को तकलीफ न हुई और दर्द सब बयां हो गया।।