रात अब लम्बी लग रही है
कहीं मैं सो न जाऊं..
इस दुनिया की एक सी भीड़ में
कहीं मैं खो न जाऊं..!!
क्यों भागा जा रहा है सरपट
अब लगता है वक़्त थोड़ा ठहर जाए..
मैं भी पा लूं पहचान को अपनी
जल्दी से अब वो पहर आये.. !!
(आदी)
रात अब लम्बी लग रही है
कहीं मैं सो न जाऊं..
इस दुनिया की एक सी भीड़ में
कहीं मैं खो न जाऊं..!!
क्यों भागा जा रहा है सरपट
अब लगता है वक़्त थोड़ा ठहर जाए..
मैं भी पा लूं पहचान को अपनी
जल्दी से अब वो पहर आये.. !!
(आदी)
होता है क्या अब भी,
तेरा बादलों को देखकर खुश हो जाना,
बारिश की पहली बूँद के साथ ही
तेरा दौड़कर बाहर आना..
कभी मुस्कुराना, कभी शर्माना ,
कभी बेवज़ह नाराज हो जाना..
दूर जाने पर घबराना,
पास आने पर गले लगाना..
होता है क्या अब भी,
तेरा बादलों को देखकर खुश हो जाना..??
एक साज है जो कभी छुपता नही,
एक सपना है जो कभी मरता नही,
होश में हूँ मैं और बेहोश भी,
एक नशा ऐसा है जो कभी उतरता नही....||
एक पत्ता ऐसा है जो कभी झड़ता नही,
एक बाग ऐसा है जो कभी उजड़ता नही,
लाखों जतन भी किये लोगों ने,
एक नशा ऐसा है जो कभी उतरता नही....||
बात तो छोटी सी है......
यौवन उसका ढ़लता नही,
प्रेमी जब होते हैं प्यार में,
तो यह वो नशा है जो कभी उतरता नही..यह वो नशा है जो कभी उतरता नही.......||