कितना अच्छा होता है बेकरार होने पर भी कहीं खो जाना,
कितना अच्छा होता है बेचैन रात मे भी सो जाना,
यूं तो बेसब्र बेदर्दी भरी है ये जिंदगी..
कितना अच्छा होता है दिल भरने पर बेधड़क रो जाना।।
(आदी)